🙏 #हमें_गर्व_है_की_हम_मारवाड़ी_है... राजस्थान के शेखावाटी इलाके के तीन जिलों चूरू, सीकर और झुंझुनू । देश के तमाम बड़े औद्योगिक घराने फिर चाहे वो बिरला हो, सिंघानिया हो, सेकसरिया हो, मित्तल या बजाज हो, डालमिया या रुइया हो, पोद्दार हो, खेतान हो, गोयनका हो, पीरामल हो, झुनझुनवाला हो, चमड़िया हो, नेवटिया हो, सर्राफ हो, मोदी हो, देवरा हो या केडिया, कजारिया हो, रुंगटा हो,केजड़ीवाल हो, जाजोदिया हो, भरतिया हो, बगडिया हो, खेमका हो, सरावगी हो इत्यादि सब इसी शेखावटी माटी के लाल है। इसी माटी ने देश को सबसे ज्यादा वीर सपूत दिए जिन्होंने भारतीय फौज में देश के लिए लड़ते हुए वीरगति पाई। चारो तरफ रेगीस्तानी बीहड़ वाली इस माटी ने देश को ना जाने कितने सपूत दिए। आश्चर्यजनक रूप से एक सवाल जो हर बार के सफर करते हुए बार बार मेरे मन में आ ही जाता था, वो ये की आखिर क्या खास बात है शेखावटी की इस माटी में जो यहां से निकलने वाला हर छोरा देश का नाम दुनिया भर में रोशन करता है, या फौज में जाता है या व्यापारी बनता है । ना यहां पानी की भरमार है, न अनाज की पैदावार ज्यादा है, मिट्टी के टीले रेतीले है। वृक्ष भी फलदार नही...