ओवरलोड वाहन


आज 8 महिनो मे 60 वि post है ये मेरी , rajasthan पत्रिका मे 30 , देनिक bhaskar मे 5 ओर डेली news मे 25  .....   ओवरलोड वाहनो से सबसे अधिक खतरा शहरो
मे होता है, शहरो मे यातायात का भारि दबाव होता है बावजुद ईसके ओवरलौड
वाहनो कि आवाजाही बेधङक होति रहती है ईनके प्रवेश पर प्रतिबंध होने के
बाद भि शहरो मे बेरोकटोक चलते वाहनो से कभि भि कोई बङा हादसा हो सकता है,
शहरो कि बेतरतिब पार्किंग के चलते भारि वाहनो के आवागमन से यातायात ओर
अधिक बदहाल हो जाता है जिसके चलते आमजन को परेशानि का सामना करना पङता है
,
आमजन ना र्सिफ पुलिस को कोसता है अपितु उसे डर भि रहता है के कही कोई
अनहोनी ना हो जाये यु तो शहरो मे भारि वाहनो के प्रवेश की समय सिमा तय
होती है लेकिन पुलिस कि लापरवाही ओर लालच के चलते नियभ कायदे कानून को
ताक पर रखकर बेधङक होकर चलते है पुलिस विभाग चाहे कितने ही दावे और
वादे कर ले वाहनौ कि रोकथाम के लिये पर हकिकत ये है के पुलिस र्सिफ चालान
काट कर ही खानार्पुति करति रहेगी ओर वाहन यु ही चलते रहैंगे। जबकि होना
ये चाहीये के झमता से अधिक सामान से भरे हुये वाहनो पर पुरी तरह से
प्रतिबंध लगना चाहीये ओर ठोस कार्यवाही करके ईनकौ आगे से ऐसा ना करने कि
चेतावनी दि जाये .

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