वाह

#बटोरना_और_बाँटना..

ये बात इस बारे में है कि आप कुछ कर सकते हैं कभी-कभी किसी के लिए, लेकिन आप करते नहीं क्यूँकि आप करना नहीं चाहते. 

फेमस हॉलीवुड Batman-triology मूवीज़ में से एक मूवी का मशहूर विलेन #JOKER एक सीन में #BATMAN से कहता है..
"If you are good at something, never do that for free", मतलब ये कि 'अग़र आप किसी काम में अच्छे हैं तो आपको वो काम फ्री में नहीं करना चाहिए.'

मूवी में ये बात JOKER तब कहता है BATMAN से जब वो अपने शहर GOTHAM को बचाने के लिए लड़ रहा होता है, ताक़ि BATMAN मुफ़्त में लोगों को बचाना बंद कर दे, और वो भी तब जब उसे कोई क्रेडिट नहीं मिलता, क्यूँकि कोई जानता भी नहीं कि BATMAN के मुखौटे के पीछे जो इंसान है वो Bruce Wayne है. 

अब एकदम यही बात हम सभी पर भी लागू होती है ज़िंदगी में, कि हम अक्सर चाहते हुए भी प्रोफेशनली या पर्सनली लोगों की मदद नहीं करते क्यूँकि हम ऐसा नहीं करना चाहते, और अक्सर हम JOKER बनना ही चुनते हैं. दरअसल हमें यही सिखाया भी गया कि अपना फ़ायदा देखो, जिसे मरना है मरने दो.

हम ये नहीं सोच पाते कि इंसान होना सबसे बड़ी बात है, और उससे भी बड़ी बात है इंसान बने रहना. आप जिस भी तरह से किसी क़ाबिल बने हों, उसमें बहुत सारे ऐसे लोगों का योगदान होता है जिन्हें शायद आपने नोटिस भी न किया हो..जैसे आपके स्कूल या कॉलेज का चौकीदार, सफ़ाई करने वाला कोई स्टाफ़, आपके आसपास वाले लोग जिन्होंने कहीं न कहीं आपके इस क़ाबिल बनने के सफ़र को आसान बनाया होगा.

और अग़र आप किसी भी तरह से क़ाबिल हैं या बने हैं, तो दूसरों की मदद करना और वो भी निस्वार्थ भाव से, आपका फ़र्ज़ बनता है. जो मिला है, वो लौटाना भी सीखना चाहिए. सिर्फ़ बटोरने भर को ही जीना कहते तो क्या ही बात थी, बल्कि कुछ बाँटना भी आना ज़रूरी है. 

एक पहचान वाले हैं वकील-बाबू हमारे, और जब भी कभी किसी को ज़रूरत हो तो मुफ़्त में कानूनी सलाह देने या गाइड करने से मना नहीं करते, बल्कि सही रास्ता भी सुझाते हैं अपने अनुभव के आधार पर. 

ख़ुद मुझसे कभी-कभी जब लोग अपनी कोई परेशानी या समस्या डिस्कस करते हैं तो मुझसे जितना हो सकता है उतनी सही सलाह देने या गाइड करने की कोशिश करता हूँ, इसलिए नहीं कि मुझे मज़ा आता है बल्कि इसलिए कि कुछ लोगों को एक डायरेक्शन मिल पाता है, या उनकी सोच और नज़रिए को थोड़ा सा साफ़ कर पाता हूँ, तो बहुत ज़रूरी बात है मेरे लिए. 

प्रोफेशनली भी मैं कभी-कभी अपने प्रोफेशनल-कॉन्टेक्ट्स की मदद करता हूँ किसी और का रेफेरेंस देकर, कि कम से कम सामने वाला का काम हो जाये रुके नहीं. मैं कभी भी इतना प्रोफेशनल नहीं हो सकता कि लोगों की पर्सनल प्रॉबलम्स को देखना छोड़ दूँ. न कभी ये सोचता हूँ कि ये ज्ञान बाँटकर मुझे क्या मिलेगा तो फ़िर तो क्या ही फ़र्क़ पड़ेगा.

जीने का मतलब है अपने लिए जीना, और दूसरों की मदद करने को जीना. अपने लिए तो जानवर भी जीते हैं, लेकिन इंसान ही तो है जिसे दूसरों की मदद करने का मौका मिलता है, और वो भी हम छोड़ दें तो क्या बात हो फ़िर. 

कोई कुछ भी कहे, या कैसा भी रहे, मुझे JOKER होने से ज़्यादा BATMAN होना पसंद है. लोग क्रेडिट दें या न दें उसकी परवाह न करते हुए अपने इंसान होने का फ़र्ज़ अदा करना ज़रूरी है. BATMAN के चेहरे के पीछे के Bruce Wayne ने कभी परवाह की भी नहीं कि लोग जानते भी नहीं कि उनकी मदद कौन करता है. 

और दरअसल क्रेडिट मिलने से ज़्यादा ज़रूरी वो मुस्कुराहट है जो लोगों के चेहरे पर आती है, और वो दुआ में उठे हुए हाथ भी जिनमें कहीं न कहीं आप भी शामिल होते हैं, और ये वो ही इंसान समझ सकता है जो ऐसा करना जानता हो. 

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