श्रीमान श्रीमती
श्रीमान श्रीमती ।
पति-पत्नी का रिश्ता इस दुनिया का सबसे खास रिश्ता होता है । कहा जाता हैं की जोड़िया स्वर्ग में बनती हैं और धरती पर उनका मिलन होता हैं। पति-पत्नी के रिश्ते को सारे रिश्तो में से सबसे अलग माना जाता हैं । पति-पत्नी के रिश्ते में बहुत सी खट्टी-मीठी बाते होती हैं। पति-पत्नी दोनों एक दूसरे को बिना जाने अपना लेते हैं और फिर सारी उम्र के लिए एक दूसरे को अपना लेते हैं और जिंदगी के हर एक अच्छे बुरे लम्हे को साथ मिलकर जीते हैं ।
पति-पत्नी के रिश्ते में सबसे जरुरी है के वो एक दूसरे को सम्मान देते हो एक दूसरे की इच्छाओ का आदर करे एक दूसरे की भावनाओ को समझे आपस में एक दूसरे के प्रति होने वाले विश्वास को कभी न डगमगाने दे ।
किसी भी रिश्ते की नींव विश्वास पर टिकी होती हैं । हर एक रिश्ते को पनपने में विश्वास का बहुत अहम रोल होता हैं। जिस रिश्ते में विश्वास नहीं होता वो समय के साथ कमजोर हो जाता हैं। पति-पत्नी जैसे रिश्ते में यदि विश्वास न हो तो वो केवल नाम का ही रह जाता है । दोनों का एक दूसरे के प्रति विश्वास ही रिश्ते की डोर को मजबूत बनाता हैं। इसलिए पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास होना बहुत जरुरी हैं।
पति-पत्नी के रिश्ते में यदि क्रोध और घमंड ने अपनी जगह बना ली तो उस रिश्ते को टूटने में बिलकुल भी समय नहीं लगता और उस रिश्ते की जिंदगी थोड़ी ही रह जाती हैं। पति और पत्नी दोनों ही यदि एक दूसरे को समझते हैं तो उनके बीच क्रोध और घमंड कभी नहीं आयेगा अपने आप को कभी भी दूसरे से बड़ा न दिखाए, दूसरे की बात को भी स्थान दे, दोनों एक दूसरे से सलाह ले, आदि ये कुछ बाते हैं जिनसे एक रिश्ते को मजबूती दी जा सकती हैं और पति-पत्नी का रिश्ता तो बहुत अनमोल होता हैं इसीलिए इसमें क्रोध और घमंड के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए ।
पति-पत्नी के रिश्ते को गहरा करने के लिए एक दूसरे के साथ समय बिताये। उनकी बाते सुने, उन्हें जानने की कोशिश करे उनकी हर एक बात का ध्यान रखें अपने साथी को आपकी जिंदगी में आने के लिए शुक्रिया कहे, उन्हें अपने बारे में बताये, उनके बारे में जानने की कोशिश करे। तो ये कुछ छोटी-छोटी बाते हैं जिनसे पति-पत्नी ही नहीं बल्कि किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाया जा सकता है ।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें