बात पते की..........
jai singh shekhawat: जिंदगी तो ऐसे चलती रहेगी मगर कुछ अलग हो जाये तो क्या बात है....नहीं भरने मुझे रंग तरह तरह के हर जगह ,मगर कोई आके मेरे दिल में रंगोली बना जाये तो क्या बात है....नहीं कहना मुझे कुछ किसी से कभी मगर कोई बिना कहे सब कुछ समझ जाये तो क्या बात है.....काफी जाने पहचाने चेहरे मिलते हैं मुझे रोज यहाँ मगरअचानक से कोई अनजान चेहरा मेरे सामने आके मुस्करा जाए तो क्या बात है.....जीता है हर कोई खुद के लिए यहाँ मगर कोई जिंदादिल किसी और के लिए दफ़न हो जाये तो क्या बात है....ऐसे तो कुछ लिखना मुझे आता नहीं मगर ये लिखा हुआ आपको पसंद आ जाये एक बार कहना जरूर क्या बात है.. :
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती
जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
और
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा...
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती हैl
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
किनारे पर तैरने वाली लाश को देखकर ये समझ आया ..
..बोझ शरीर का नही साँसों का था..
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती...!!!
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए...
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
〰➰💖➰〰➰💖➰〰
प्रेम चाहिये तो
समर्पण खर्च करना होगा।
विश्वास चाहिये तो
निष्ठा खर्च करनी होगी।
साथ चाहिये तो
समय खर्च करना होगा।
किसने कहा रिश्ते
मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती
एक साँस भी तब आती है
जब एक साँस छोड़ी जाती h: पुलिस और पत्नी में समानताएं :
1.ना इनकी दोस्ती अच्छी और ना ही दुश्मनी।
2. इनसे बनाकर रखना मजबूरी है।
3. इनका मूड पता ही नहीं चलता कब बिगड़ जाए।
4. अगर वे प्यार से बात करें तो अलर्ट हो जाएं।
5. दोनों ही खतरनाक धमकी देते हैं।
6. इनसे बहस में जीतना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
7. ये पिछला हिसाब याद रखते हैं।
8. अपने राज कभी नहीं खोलते।
9. इनको जबर्दस्ती तारीफ चाहिए।
10. सुन भले ही आपकी लें पर करेंगे अपने मन की ही।
11. दोनों ही रौब से काम लेते हैं।
12. इनकी नजर हमेशा आपकी जेब पर रहती है।
जनहित में जारी! ——
: जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...
जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !!
जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी...
आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !!
कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था...
आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!!
स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !!
ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है...
बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है...
काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल..
.काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!!
👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे
और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने
अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए
|🌀🌀
✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने
वाली एक पेन हुआ करती थी और हम
सभी के बटन को एक साथ दबाने
की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜
👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे
ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥
👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते
थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |
🚲सोचा करते थे की ये चाँद
हमारी साइकिल के पीछे पीछे
क्यों चल रहा हैं |🌙🚲
🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में
अटकाने की कोशिश किया करते थे |
🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते
थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |
🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे
ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |
🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने
की कोशिश करते थे की इसकी लाइट
कब बंद होती हैं |
🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े
क्यों नहीं हो रहे ?
और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡
🎒🎐ये दौलत भी ले लो..ये शोहरत भी ले लो💕
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...
मगर मुझको लौटा दो बचपन
का सावन ....☔
वो कागज़
की कश्ती वो बारिश का पानी..🌊? + : चार Ka चमत्कार
Hum भारतीयों🇮 के Jeevan में 4 नंबर का महत्व
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
जैसे
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Din की चांदनी🌃 Fir अंधेरी Raat🌌
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 किताबें📚 पढ़ क्या लीं खुद को......
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Paise 💵 कमाओगे Tab Pata चलेगा।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4-4 आने में Bikti है Aaj के दौर में ईमानदारी
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
आखिर Humari भी 4 Logo में Izzat है
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
Ye बात 4 Log सुनेंगे तो Kia सोचेंगे।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Dino Ki आई हुई बहू👰 के Aise तेवर।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Din तो दुकान में Tik kar बैठ जाओ।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
Wo आई और 4 Baatein Suna kar चली💃गई।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
Tumse क्या 4 Kadam 🏃भी नहीं चला जाता।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
और Last में
😜😝😝😜😜😝😛😛😄
4 बोतल Vodka🍸काम मेरा Roj का
Na mujhko koi roke. Na kisi ne toka.........
😜😂😂😂😀😝😝😛😜
market me Naya Hai..4 logo ko bhej do.....😜
और अंत में जाना भी चार लोगों के कंधों पर ही है
+ "सफलता के 20 मँत्र " !!!
1.खुद की कमाई से कम
खर्च हो ऐसी जिन्दगी
बनाओ..!
2. दिन मेँ कम से कम
3 लोगो की प्रशंशा करो..!
3. खुद की भुल स्वीकार ने
मेँ कभी भी संकोच मत
करो..!
4. किसी के सपनो पर हँसो
मत..!
5. आपके पीछे खडे व्यक्ति
को भी कभी कभी आगे
जाने का मौका दो..!
6. रोज हो सके तो सुरज को
उगता हुएदेखे..!
7. खुब जरुरी हो तभी कोई
चीज उधार लो..!
8. किसी के पास से कुछ
जानना हो तो विवेक से
दो बार...पुछो..!
9. कर्ज और शत्रु को कभी
बडा मत होने दो..!
10. ईश्वर पर पुरा भरोशा
रखो..!
11. प्रार्थना करना कभी
मत भुलो,प्रार्थना मेँ
अपार शक्ति होती है..!
12. अपने काम से मतलब
रखो..!
13. समय सबसे ज्यादा
किमती है, इसको फालतु
कामो मेँ खर्च मत करो..!
14. जो आपके पास है, उसी
मेँ खुश रहना सिखो..!
15. बुराई कभी भी किसी कि
भी मत करो,
क्योकिँ बुराई नाव मेँ
छेद समान ह ै,बुराई
छोटी हो बडी नाव तो
डुबो ही देती है..!
16. हमेशा सकारात्मक सोच
रखो..!
17. हर व्यक्ति एक हुनर
लेकर पैदा होता बस
उस हुनर को दुनिया के
सामने लाओ..!
18. कोई काम छोटा नही
होता हर काम बडा होता
ह ै जैसे कि सोचो जो
काम आप कर रहे हो
अगर आप वह काम
आप नही करते हो तो
दुनिया पर क्याअसर
होता..?
19. सफलता उनको ही
मिलती है जो कुछ
करते है
20. कुछ पाने के लिए कुछ
खोना नही बल्कि कुछ
करना पडता ह !
+ प्रत्येक लाइन गहराई से पढ़े-
✅ गरीब दूर तक चलता है..... खाना खाने के लिए......।
✅ अमीर मीलों चलता है..... खाना पचाने के लिए......।
✅ किसी के पास खाने के लिए..... एक वक्त की रोटी नहीं है.....
✅ किसी के पास खाने के लिए..... वक्त नहीं है.....।
✅ कोई लाचार है.... इसलिए बीमार है....।
✅ कोई बीमार है.... इसलिए लाचार है....।
✅ कोई अपनों के लिए.... रोटी छोड़ देता है...।
✅ कोई रोटी के लिए..... अपनों को छोड़ देते है....।
✅ ये दुनिया भी कितनी निराळी है। कभी वक्त मिले तो सोचना....
✅ कभी छोटी सी चोट लगने पर रोते थे.... आज दिल टूट जाने पर भी संभल जाते है।
✅ पहले हम दोस्तों के साथ रहते थे... आज दोस्तों की यादों में रहते है...।
✅ पहले लड़ना मनाना रोज का काम था.... आज एक बार लड़ते है, तो रिश्ते खो जाते है।
✅ सच में जिन्दगी ने बहुत कुछ सीखा दिया, जाने कब हमकों इतना बड़ा बना दिया।
जिंदगी बहुत कम है, प्यार से जियो
रोज सिर्फ इतना करो -
🔺गम को "Delete"
🔺खुशी को "Save"
🔺रिश्तोँ को "Recharge"
🔺दोस्ती को "Download"
🔺दुश्मनी को "Erase"
🔺सच को "Broadcast"
🔺झूठ को "Switch Off"
🔺टेँशन को "Not Reachable"
🔺प्यार को "Incoming"
🔺नफरत को "Outgoing"
🔺हँसी को "Inbox"
🔺आंसुओँ को "Outbox"
🔺गुस्से को "Hold"
🔺मुस्कान को "Send"
🔺हेल्प को "OK"
🔺दिल को करो "Vibrate"
फिर देखो जिँदगी का
🔺"RINGTONE" कितना प्यारा बजता है!
+ नंगे पाव चलता इन्सान को लगता है
.
कि "चप्पल होते तो कितना अच्छा होता"
.
बाद मेँ,
"साइकिल होती तो कितना अच्छा होता"
.
उसके बाद,
"मोपेड होता तो थकान नही लगती"
.
बद मेँ सोचता है
"मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता"
.
फिर ऐसा लगता है,
"कार होती तो धुप नही लगती"
.
फिर लगता है कि,
"हवाई जहाज होती तो इन ट्राफिक कि जंजट
नही होती"
.
जब हवाई जहाज मेँ बेठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि "नंगे पाव घास मेँ चलता तो दिल
को कितनी तसल्ली मिलती"
.
.
""जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के
मुताबिक नहीं।
.
क्योंकि जरुरत
तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है; और
ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है""
जीत किसके लिए, हार किसके लिए
ज़िंदगीभर ये तकरार किसके लिए
जो भी आया है वो जायेगा एक दिन
फिर ये इतना अहंकार किसके लिए
ए बुरे वक़्त !
ज़रा अदब से पेश आ !!
वक़्त ही कितना लगता है
वक़्त बदलने में !! ji
मिली थी जिन्दगी ,किसी के
काम आने के लिए...
पर वक्त बित रहा है , कागज के टुकड़े कमाने के लिए
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कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती
जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...
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जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
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और
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जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा...
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।
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भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.
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जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती हैl
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किनारे पर तैरने वाली लाश को देखकर ये समझ आया ..
..बोझ शरीर का नही साँसों का था..
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सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती...!!!
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए...
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पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ.
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बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.
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मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना.
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प्रेम चाहिये तो
समर्पण खर्च करना होगा।
विश्वास चाहिये तो
निष्ठा खर्च करनी होगी।
साथ चाहिये तो
समय खर्च करना होगा।
किसने कहा रिश्ते
मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती
एक साँस भी तब आती है
जब एक साँस छोड़ी जाती h: पुलिस और पत्नी में समानताएं :
1.ना इनकी दोस्ती अच्छी और ना ही दुश्मनी।
2. इनसे बनाकर रखना मजबूरी है।
3. इनका मूड पता ही नहीं चलता कब बिगड़ जाए।
4. अगर वे प्यार से बात करें तो अलर्ट हो जाएं।
5. दोनों ही खतरनाक धमकी देते हैं।
6. इनसे बहस में जीतना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
7. ये पिछला हिसाब याद रखते हैं।
8. अपने राज कभी नहीं खोलते।
9. इनको जबर्दस्ती तारीफ चाहिए।
10. सुन भले ही आपकी लें पर करेंगे अपने मन की ही।
11. दोनों ही रौब से काम लेते हैं।
12. इनकी नजर हमेशा आपकी जेब पर रहती है।
जनहित में जारी! ——
: जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...
जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !!
जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी...
आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !!
कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था...
आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!!
स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !!
ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है...
बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है...
काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल..
.काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!!
👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे
और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने
अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए
|🌀🌀
✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने
वाली एक पेन हुआ करती थी और हम
सभी के बटन को एक साथ दबाने
की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜
👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे
ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥
👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते
थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |
🚲सोचा करते थे की ये चाँद
हमारी साइकिल के पीछे पीछे
क्यों चल रहा हैं |🌙🚲
🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में
अटकाने की कोशिश किया करते थे |
🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते
थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |
🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे
ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |
🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने
की कोशिश करते थे की इसकी लाइट
कब बंद होती हैं |
🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े
क्यों नहीं हो रहे ?
और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡
🎒🎐ये दौलत भी ले लो..ये शोहरत भी ले लो💕
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...
मगर मुझको लौटा दो बचपन
का सावन ....☔
वो कागज़
की कश्ती वो बारिश का पानी..🌊? + : चार Ka चमत्कार
Hum भारतीयों🇮 के Jeevan में 4 नंबर का महत्व
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
जैसे
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Din की चांदनी🌃 Fir अंधेरी Raat🌌
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 किताबें📚 पढ़ क्या लीं खुद को......
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Paise 💵 कमाओगे Tab Pata चलेगा।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4-4 आने में Bikti है Aaj के दौर में ईमानदारी
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
आखिर Humari भी 4 Logo में Izzat है
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
Ye बात 4 Log सुनेंगे तो Kia सोचेंगे।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Dino Ki आई हुई बहू👰 के Aise तेवर।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
4 Din तो दुकान में Tik kar बैठ जाओ।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
Wo आई और 4 Baatein Suna kar चली💃गई।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
Tumse क्या 4 Kadam 🏃भी नहीं चला जाता।
⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐
और Last में
😜😝😝😜😜😝😛😛😄
4 बोतल Vodka🍸काम मेरा Roj का
Na mujhko koi roke. Na kisi ne toka.........
😜😂😂😂😀😝😝😛😜
market me Naya Hai..4 logo ko bhej do.....😜
और अंत में जाना भी चार लोगों के कंधों पर ही है
+ "सफलता के 20 मँत्र " !!!
1.खुद की कमाई से कम
खर्च हो ऐसी जिन्दगी
बनाओ..!
2. दिन मेँ कम से कम
3 लोगो की प्रशंशा करो..!
3. खुद की भुल स्वीकार ने
मेँ कभी भी संकोच मत
करो..!
4. किसी के सपनो पर हँसो
मत..!
5. आपके पीछे खडे व्यक्ति
को भी कभी कभी आगे
जाने का मौका दो..!
6. रोज हो सके तो सुरज को
उगता हुएदेखे..!
7. खुब जरुरी हो तभी कोई
चीज उधार लो..!
8. किसी के पास से कुछ
जानना हो तो विवेक से
दो बार...पुछो..!
9. कर्ज और शत्रु को कभी
बडा मत होने दो..!
10. ईश्वर पर पुरा भरोशा
रखो..!
11. प्रार्थना करना कभी
मत भुलो,प्रार्थना मेँ
अपार शक्ति होती है..!
12. अपने काम से मतलब
रखो..!
13. समय सबसे ज्यादा
किमती है, इसको फालतु
कामो मेँ खर्च मत करो..!
14. जो आपके पास है, उसी
मेँ खुश रहना सिखो..!
15. बुराई कभी भी किसी कि
भी मत करो,
क्योकिँ बुराई नाव मेँ
छेद समान ह ै,बुराई
छोटी हो बडी नाव तो
डुबो ही देती है..!
16. हमेशा सकारात्मक सोच
रखो..!
17. हर व्यक्ति एक हुनर
लेकर पैदा होता बस
उस हुनर को दुनिया के
सामने लाओ..!
18. कोई काम छोटा नही
होता हर काम बडा होता
ह ै जैसे कि सोचो जो
काम आप कर रहे हो
अगर आप वह काम
आप नही करते हो तो
दुनिया पर क्याअसर
होता..?
19. सफलता उनको ही
मिलती है जो कुछ
करते है
20. कुछ पाने के लिए कुछ
खोना नही बल्कि कुछ
करना पडता ह !
+ प्रत्येक लाइन गहराई से पढ़े-
✅ गरीब दूर तक चलता है..... खाना खाने के लिए......।
✅ अमीर मीलों चलता है..... खाना पचाने के लिए......।
✅ किसी के पास खाने के लिए..... एक वक्त की रोटी नहीं है.....
✅ किसी के पास खाने के लिए..... वक्त नहीं है.....।
✅ कोई लाचार है.... इसलिए बीमार है....।
✅ कोई बीमार है.... इसलिए लाचार है....।
✅ कोई अपनों के लिए.... रोटी छोड़ देता है...।
✅ कोई रोटी के लिए..... अपनों को छोड़ देते है....।
✅ ये दुनिया भी कितनी निराळी है। कभी वक्त मिले तो सोचना....
✅ कभी छोटी सी चोट लगने पर रोते थे.... आज दिल टूट जाने पर भी संभल जाते है।
✅ पहले हम दोस्तों के साथ रहते थे... आज दोस्तों की यादों में रहते है...।
✅ पहले लड़ना मनाना रोज का काम था.... आज एक बार लड़ते है, तो रिश्ते खो जाते है।
✅ सच में जिन्दगी ने बहुत कुछ सीखा दिया, जाने कब हमकों इतना बड़ा बना दिया।
जिंदगी बहुत कम है, प्यार से जियो
रोज सिर्फ इतना करो -
🔺गम को "Delete"
🔺खुशी को "Save"
🔺रिश्तोँ को "Recharge"
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🔺सच को "Broadcast"
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🔺"RINGTONE" कितना प्यारा बजता है!
+ नंगे पाव चलता इन्सान को लगता है
.
कि "चप्पल होते तो कितना अच्छा होता"
.
बाद मेँ,
"साइकिल होती तो कितना अच्छा होता"
.
उसके बाद,
"मोपेड होता तो थकान नही लगती"
.
बद मेँ सोचता है
"मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता"
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फिर ऐसा लगता है,
"कार होती तो धुप नही लगती"
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फिर लगता है कि,
"हवाई जहाज होती तो इन ट्राफिक कि जंजट
नही होती"
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जब हवाई जहाज मेँ बेठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि "नंगे पाव घास मेँ चलता तो दिल
को कितनी तसल्ली मिलती"
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""जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के
मुताबिक नहीं।
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क्योंकि जरुरत
तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है; और
ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है""
जीत किसके लिए, हार किसके लिए
ज़िंदगीभर ये तकरार किसके लिए
जो भी आया है वो जायेगा एक दिन
फिर ये इतना अहंकार किसके लिए
ए बुरे वक़्त !
ज़रा अदब से पेश आ !!
वक़्त ही कितना लगता है
वक़्त बदलने में !! ji
मिली थी जिन्दगी ,किसी के
काम आने के लिए...
पर वक्त बित रहा है , कागज के टुकड़े कमाने के लिए
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