चिंतन.....

चिंतनीय प्रसंग ---- आज मंदिर में बहुत भीड़ थी,एक लड़का दर्शन के लिए लगी लम्बी लाइन को कुतुहल से देख रहा था। तभी पास में एक पंडित जी आ गए और बोले-"आज बहुत लम्बी कतार है, यूँ दर्शन न हो पाएंगे, विशिष्ट व्यक्तियों के लिए विशेष व्यवस्था है, रु 501/= दो में सीधे दर्शन करवा दूँगा !"लड़का बोला-" रु 5001/= दूंगा, भगवान से कहो बाहर आकर मिल लें, कहना- मैं आया हूँ !"पंडितजी बोले-" मजाक करते हो, भगवान भी कभी मंदिर से बाहर आते हैं क्या ? तुम हो कौन ?"लड़का फिर बोला-" रु 51000/- दूंगा, उनसे कहो मुझ से मेरे घर पर आकर मिल ले !"पंडितजी (सकपका गए और) बोले-"तुमने भगवान को समझ क्या रखा रखा है?"लड़का बोला-" वही तो मैं बताना चाहता हूँ कि आपने भगवान को क्या समझ रखा है?

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