26 जनवरी ......

अभी कुछ दिनों बाद 26 जनवरी आ रही हे 26 जनवरी को देश का संविधान लागु हुआ था ये आप सभी जानते ही हो पर इस संविधान से हमें क्या मिला ये जानते हो26 जनवरी को अंग्रेजो का कानून को अम्बेटकर ने कॉपी किया और देश में कानून बना1- 65 साल से राम मंदिर का केस चल रहा हे देश में 80% हिन्दू होने के बाद भी राम मंदिरनहीं बना क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे2-साध्वी प्रज्ञा पर कोई अपराध साबित नहीं फिर 6 साल से जेल में क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे3- कबास और अफजल गुरु जेसे आतंकवादियो को 5 साल करोडो की बिरियानी खिलाने के बाद फंसी दी जाती हे करोडो तो जनता के ही गए क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे4- बोडर् पर देश की रक्षा करने वाले सेनिको को जितनी एक साल में छुट्टी मिलती हे उससे ज्यादा देशद्रोही संजय को जेल से छुट्टी मिलती हे क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे5- शांतिदूत 4 बीबी रख सकता हे पर हिन्दू 4 बच्चे की बात कर तो गुनाह क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे6- हम दो हमारे दो का कानून हमारे लिए दुसरो के लिए क्रिकेट की टीम पैदा करने की छूठ क्या यहीसंविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे7- जो रिश्वत लेते पकड़ा जाता हे वो रिश्वत दे कर ही छूट जाता हे क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे8- गरीब बिना गुनाह के जेल में सड़ता हे नेता भले ही कार सेवको को मरवाये अपनी पत्नी की हत्या करवाये तो भी आजाद हे क्या यही संविधान के लिए 26 जनवरी मानते हे9- हिन्दुस्थान में रास्ट्र भाषा हिंदी बोलने वालो को गवार कहा जाता हे अंग्रेजो की औलादो को करोडो की नोकरी क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे10 - आजादी के 67 साल के बाद भी कोट कचरी में इंग्लिस काम काज होता हे हिंदी में क्यों नहीं क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे11- विदेशी बार में नाचने वाली और पोर्न स्टार को भारत की नागरिता मिल जाती हे पर पाकिस्थान से आये हिन्दूओ के लिए देश में कोई जगह नहीं क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे12- हिरन को मारने वालो के लिए कोर्ट में केस चलते हे पर गाय को मार कर खाने वाले को महान कहा जाता हे क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हे13- कश्मीर को अलग करने वाले वंदे मातरम् नहीं बोलने वाले तिरंगा जलाने वालो को आजादी और भगवा लहराये वो आतंकवादी क्या यही संविधान के लिए हम 26 जनवरी मानते हेखेर मुद्दे बहुत हे मेरे पास पर ना समझ नहीं समझेंगे मुझे तो लगता हे मेरी ये पोस्ट पढ़ने के बादमुझे भी लोग देशद्रोही कहने लगेंगे पर जो हकीकत हे में वो कह रहा हु अम्बेटकर ने देश ने जातिवादफेला कर देश को बाट दिया आज देश में लोग नेता जाती देख के चुने जाते हे यादवो के लिए लालू मुलायम दलितों के लिए मायावती नितीश सेकुलरो के लिए कांग्रेस केजरीवाल शांतिदूतो के लिए आजम ममता जाती के नाम पर देश को डकार लेने वाले ये नेता आजाद हे क्या यही संविधान के लिए अम्बेटकर ने अंग्रेजो का कानून बना के हम रोने के लिए छोड़ दिया में तो 26 जनवरी नहीं मनाऊंगा 26 जनवरी मानाने से देश को क्या ??

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