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मार्च, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

“आम आदमी पार्टी ”

भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में अंतत: एक ऐसी राजनीतिक पार्टी का सूत्रपात भी हो ही गया जिसे किसी भी जाति,भाषा, वर्ग , क्षेत्र जैसे परंपरागत आधारों से विलग सिर्फ़ ” आम आदमी ” को केंद्र बना कर स्थापित किया गया है । पिछले कुछ वर्षों में देश की राजनीतिक अव्यवस्था व प्रशासनिक से बुरी तरह त्रस्त ओने के बाद कुछ दु:साहसी लोगों ने इस व्यवस्था में पनप रहे भ्रष्टाचार के विरुद्ध न सिर्फ़ आवाज़ उठाई बल्कि सीधे-सीधे व्यवस्था से जुडे लोगों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया । इतना ही नहीं “सिविल सोसायटी” के नाम दिए गए इस समूह ने जब देश के विधि निर्माताओं द्वारा एक प्रस्तावित कानून में व्याप्त कमियों की तरफ़ ईशारा किया तो उन्हें उनकी नागरिक हैसियत का हवाला देते हुए सियासी हलकों की तरफ़ से चुनौती दी गई कि यदि राजनीति और व्यवस्था के कोई परिवर्तन करना चाहता है तो उन्हें खुद राजनीति में आना चाहिए । . आरोप लगाने वालों ने तो यहां तक कह दिया कि राजनीति और व्यवस्था पर दूर खडे होकर प्रश्न चिन्ह लगाना बहुत ही आसान काम है किंतु उस व्यवस्था का एक भाग बन कर उसे दुरूस्त करने का प्रयास करना कठिन कार्य है । “सिविल ...

23 मार्च 1931

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आज 23 मार्च को अमर शहीद भगतसिंह की 82 वीं पुण्यतिथि है। आज ही के दिन यानी 23 मार्च 1931  को इस महान क्रांतिकारी को एसेम्बली में बम फेंकने के आरोप में फांसी दे दी गई थी अमर शहीद भगतसिंह को हमेशा से एक क्रांतिकारी देशभक्त के रूप में जाना जाता है। भगत सिंह सिर्फ एक क्रांतिकारी देशभक्त ही नहीं बल्कि एक अध्ययनशीरल विचारक , कलम के धनी , दार्शनिक , चिंतक , लेखक , पत्रकार और महान मनुष्य थे। एक छोटी - सी चिंगारी कई बार बड़े - बड़े शोलों को भड़का देती है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ऐसे कई वीर हुए जिन्होंने अपनी चिंगारी से इस देश की आजादी के लिए मशालें जलाई। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ऐसे   वीरों के कारनामों से भरा है जिन्होंने अकेले अपने दम पर युगों को रोशन किया है। ऐसे ही एक वीर थे भगत सिंह जो आज की पीढ़ी के रियल हीरो हैं। भगत सिंह के विचारों से आज की युवा पीढ़ी काफी प्रभावित है। भगतसिंह का बचपन भगत सिंह का जन्म २ 8 सितंबर , 1907...