दिखावा

आजकल की शादियाँ देखकर दिल रोता है।  

कुछ घंटों का फंक्शन...  
डेकोरेशन, लाइटिंग, खाना, बैंड-बाजा, डेस्टिनेशन वेन्यू...  
लाखों-करोड़ों उड़ जाते हैं, एक रात में।  

और फिर?  
वही शादी कुछ महीनों, कुछ सालों में...  
या कभी-कभी तो कुछ दिनों में ही टूट जाती है।  
सारे सपने, सारी चमक-दमक...  
सिर्फ़ तलाक के कागजों और खाली बैंक बैलेंस रह जाते हैं।  

तो सोचिए...  
वो सारा पैसा जो एक शाम की चकाचौंध में उड़ा दिया,  
अगर उसी बेटी के नाम पर FD करवा दिया जाता,  
तो उसकी पूरी जिंदगी संभल जाती।  
उसकी पढ़ाई, उसका घर, उसका बिजनेस, उसकी मुश्किल घड़ी...  
हर जगह वो पैसा उसका सहारा बनता।  

शादी का असली मतलब है –  
दो लोगों का साथ, विश्वास और जिम्मेदारी।  
यह किसी होटल की ग्रैंड एंट्री से नहीं,  
दिल की सच्चाई से बनता है।  

पैसा दिखावे पर नहीं,  
बेटी की सुरक्षा पर लगाओ।  
क्योंकि वो चमकती लाइटें एक रात में बुझ जाती हैं,  
लेकिन बेटी का भविष्य जीवन भर रोशन रहता है।  

सादगी से की गई शादी सबसे खूबसूरत होती है,  
और सबसे मजबूत भी।  

बेटी के नाम FD करवाओ,  
उसे आजादी दो, ताकत दो, सम्मान दो।  
यही सबसे बड़ा दहेज है,  
यही सबसे सच्चा आशीर्वाद है। 

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