अवैध
Dr. Kumar Vishwas
क्या कोई सच नहीं बोलेगा ? सब अपने अपने नेताओं को ईश्वरीय आज्ञा समझ कर केवल हाँ में हाँ मिलायेंगे ? आंतरिक सुरक्षा के गंभीर संकट झेल रहे हमारे देश में केवल वोट-बैंक व तुष्टिकरण के लिए अवैध घुसपैठियों के पक्ष में खड़े होने वाले क्या सचमुच देश के प्रतिनिधि हैं ? इन सरकारों के रहते करोड़ों लोग देश में घुस कैसे गए ? भारतीय नागरिकता को स्वाभिमान रहने दीजिए, देश है धर्मशाला नहीं 🇮🇳
दूसरे देशों के वीज़ा भर लेने के लिए लपलपाकर लाइनों में लगने वाले इन लोगों को अपने देश की नागरिकता का ज़रा भी विशिष्टता-बोध नहीं है ?हद्द है,इसमें क्या राजनीति ?जो अपने हों उन्हें गले लगाओ जो राज्य-केंद्र सरकारों की राजनैतिक-लिप्साओं और अकर्मण्यताओं के कारण घुस गए उन्हें विदा दो😡
दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि पक्ष-प्रतिपक्ष के नेता राष्ट्रीय सुरक्षा के इतने गंभीर मसले को वोटों के ध्रवुीकरण के लिए प्रयोग कर रहे हैं ! वे अपने साठ सालों के पापों के हिसाब व ये अपने साढ़े चार साल के सवालों से बचने के लिए संसद में बैठकर रोज़ नया बेहूदा डमरू बजाते हैं और देश/मिडिया सब नाचने लगते हैं !देश के नागरिक होने के गौरवबोध को अपनी पार्टियों के वोटबैंक जितना तुच्छ मत बनाओ भक्तो🙏
तुम्हारी पार्टियों के ये गणपति 5-10 साल में निकल लेंगे,लेकिन ये देश था,है,रहेगा🇮🇳
प्यारे शायर सलमान ज़फ़र ने सही कहा...
“दीन में, धर्म में, ईमान में उलझे रहिये ,
बस दिखावे की चमक,शान में उलझे रहिये ,
देश को लूट रहे हैं यह सियासी ताजिर ,
आप बस हिन्दू मुसलमान में उलझे रहिये.
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