हम बड़े नही होते
हम बड़े नहीं होते, बस हमें आसान तरीकों के नुकसान पता चल जाते हैं.
हम बड़े नहीं होते, बस हमें ये पता होता है कि जल्दी आने वाले लोग और चीजें बहुत जल्दी चले भी जाते हैं.
हम बड़े नहीं होते, बस हमें ये पता होता है कि इंसान हमेशा एक से नहीं रहते.
हम बड़े नहीं होते, बस हमें ये पता होता है कि बहुत गलत नज़र आ रहे इंसान की भी कोई मजबूरी हो सकती है.
हम बड़े नहीं होते, बस हमें दूसरे की मेहनत की इज्जत करना आ जाता है.
हम बड़े नहीं होते, बस हमें पैसे की कदर करना आ जाता है.
हम बड़े नहीं होते, बस हमें गलत बात सुनकर मितली आने लगती है.
हम बड़े नहीं होते, बस शिकायतें करना बंद कर देते हैं.
हम बड़े नहीं होते, बस डेडलाइन का इंतज़ार करना छोड़ देते हैं.
हम बड़े नहीं होते, बस वो काम करने लगते हैं, जो करना कभी रास नहीं आया था.
हम बड़े नहीं होते, बस लोगों को मुंह पर जवाब देना छोड़ देते हैं.
हम बड़े नहीं होते, बस लोगों को मुंह पर ना कहना सीख लेते हैं.
हम बड़े नहीं होते, बस ये जान लेते हैं कि हर चीज का एक समय आता है.
हम बड़े नहीं होते, बस हम काम के आगे उस फिल्म का टिकिट बुक नहीं करते, जिसका इंतज़ार दस साल से कर रहे थे.
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