दशहरा
कल दशहरा था।
सब लोग रावण मारने में लगे थे
अरे पहले राम तो बनो फिर रावण को भी मार लेना
रावण बनने के लिए जितना समय लगेगा
उतना ही समय राम बनने के लिए लगेगा
राम ने लाखों वर्ष तपस्या की
तब जाकर वो राम बने
फिर भी जब वो राम बने उसके पश्चात भी
जब तक उन्होंने रावण को समाप्त
नहीं कर दिया तब तक उनकी तपस्या चलती
रही और उसके पश्चात भी वो रावण को ना
मार सके यदि रावण मर गया होता तो
फिर हम लाखों वर्षो से रावण को क्यों मार
रहे होते ।
चार वेद्, अट्ठारह पुराण, बारह शास्त्र का ज्ञाता । जिसकी भक्ति की पराकाष्ठा देख कर देवता भी
अपने दांतो तले अंगुली दबा ले । जिस पे लक्ष्मी जी की विशेष् कृपा काल जिसके डर से कांपे शनि जिसका प्रकोप भी उसका कुछ न कर पाये राहु केतु भी जिसके सामने थर थर कांपे उस रावण को तुम लोग कैसे मार सकते हो...???
अभी तुमको राम बनना है
सुनो जिस दिन तुम राम बन गए
बस उसी दिन रावण का आखिरी दिन होगा
मुझे पता है तुम राम कभी नहीं बन सकते
और रावण कभी नही मर सकता
बस इस तरह हर साल ढिंढोरा पिटते हुए
तुम भी मर जाओगे और आनेवाली पीढ़ी को भी
ये कार्य विरासत में दे जाओगे ।
हो सके तो तुम आज से रावण न मार कर खुद के
अंदर का राम जगाने की कोशिश करना और अपनी
आने वाली पीढी को भी राम बनाने की कोशिस करना
तब जाकर आप का युद्ध शुरू होगा आपके भीतर छिपे
राम और रावण का फिर आप के अच्छे करम सुनिश्चित करेंगे आप के राम की विजय का पथ और फिर मनेगा
किसी दिन दशहरा और उस दिन समाप्त होगा
रावण सदा के लिये फिर नींव पड़ेगी # रामराज्य की ।
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