संदेश

जुलाई, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बेबसी

हर घड़ी चुभती है एक फांस सी सीने में .... देखकर लोगों की स्वार्थी आँखे ....दिलों में भावशुन्यता ,..और खत्म होती इंसानियत की उम्र ... हर घड़ी पलको में झूल उठता है एक आँसू ..... देख कर सडको पर बिक...

किशोर चोधरी - ये जिवन है ।

उदासी को तोड़ने के लिए जून महीने में की गई यात्रा को लिख रहा हूँ. बात लम्बी है तो टुकड़े भी कुछ ज्यादा है. दिल में सुकून हो तो पढ़िए न हो तो जरुर पढ़िए क्योंकि दुनिया सिर्फ़ वैसी ही नह...