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अप्रैल, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पानी रे पानी

जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। हम सब जानते हैं हमारे लिए जल कितना महत्त्वपूर्ण है। लेकिन यह सब बातें हम तब भूल जाते हैं जब अपनी टंकी के सामने मुंह धोते हुए प...

जय श्री राम

भारत पर्वों का देश है, रामनवमी ऐसा ही एक पर्व है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को प्रतिवर्ष नये विक्रम सवंत्सर का प्रारंभ होता है और उसके आठ दिन बाद ही चैत्र शुक्ल पक...

कभी सोचता हू

कभी सोचता हूँ की हर बार हम जब कुछ ठान कर चलते है, तो कुछ और क्यों होता है | जब रास्ता हम चुनते है, तो बीच में मंजिलें क्यों बदल जाती है | हम शुरू कुछ और करते है, ख़तम कुछ और | हर बार ऐसा क...