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मार्च, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सच्ची सेवा

एक बालक अपने माँ-बाप की खूब सेवा किया करता था उसके दोस्त उससे भी कहते कि अगर इतनी सेवा तुमने भगवान की की होती तो तुम्हे भगवान मिल जाते !लेकिन इन सब चीजो से अनजान वो अपने माता पिता की सेवा करता रहा !एक दिन उसकी माँ बाप की सेवा-भक्ति से खुश होकर भगवान धरती पर आ गये !उस वक्त वो बालक अपनी माँ के पाँव दबा रहा था !भगवान दरवाजे के बाहर से बोले- दरवाजा खोलो बेटामैं तुम्हारी माता-पिता की सेवा से प्रसन्न होकर तुम्हे वरदान देने आया हूँ !बालक ने कहा - इंतजार करो प्रभु मैं माँ की सेवा मे लगा हूँ !भगवान बोले - देखो मैं वापस चला जाऊँगा!बालक ने कहा - आप जा सकते है भगवान मैं सेवा बीच मे नही छोड़ सकता !कुछ देर बादउसने दरवाजा खोला तो क्या देखता है भगवान बाहर खड़े थे !भगवान बोले - लोग मुझे पाने के लिये कठोर तपस्या करते है पर मैं तुम्हे सहज ही मे मिल गया पर तुमने मुझसे प्रतीक्षा करवाई !बालक ने जवाब दिया - हे ईश्वर जिस माँ बाप की सेवा ने आपको मेरे पास आने को मजबूर कर दिया उन माँ बाप की सेवा बीच मे छोड़कर मैं दरवाजा खोलने कैसे आता !यही इस जिंदगी का सार है !जिंदगी मे हमारे माँ-बाप से बढ़कर कुछ नही है ! हमारे...

बात पते की..........

jai singh shekhawat:   जिंदगी तो ऐसे चलती रहेगी मगर कुछ अलग हो जाये तो क्या बात है....नहीं भरने मुझे रंग तरह तरह के हर जगह ,मगर कोई आके मेरे दिल में रंगोली बना जाये तो क्या बात है....नहीं कहना मुझे कुछ किसी से कभी मगर कोई बिना कहे सब कुछ समझ जाये तो क्या बात है.....काफी जाने पहचाने चेहरे मिलते हैं मुझे रोज यहाँ मगरअचानक से कोई अनजान चेहरा मेरे सामने आके मुस्करा जाए तो क्या बात है.....जीता है हर कोई खुद के लिए यहाँ मगर कोई जिंदादिल किसी और के लिए दफ़न हो जाये तो क्या बात है....ऐसे तो कुछ लिखना मुझे आता नहीं मगर ये लिखा हुआ आपको पसंद आ जाये एक बार कहना जरूर क्या बात है..     : 🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃 कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है, तो भरकर बाहर आती जीवन का भी यही गणित है, जो झुकता है वह प्राप्त करता है... 🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃 जीवन में किसी का भला करोगे, तो लाभ होगा... क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है । 🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃 और 🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃 जीवन में किसी पर दया करोगे, तो वो याद करेगा... क्योंकि दया का उल्टा याद होता है। 🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃 भरी जे...

कीमत

लोहे की दुकान में अपने पिता के साथ कामकर रहे एक बालक ने अचानक ही अपने पिता सेपुछा – “पिताजी इस दुनिया में मनुष्यकी क्या कीमत होती है ?”पिताजी एक छोटे से बच्चे से ऐसा गंभीरसवाल सुन कर हैरान रह गये.फिर वे बोले “बेटे एक मनुष्य की कीमतआंकना बहुत मुश्किल है, वो तो अनमोल है.”बालक – क्या सभी उतना ही कीमती औरमहत्त्वपूर्ण हैं ?पिताजी – हाँ बेटे.बालक कुछ समझा नही उसने फिर सवालकिया – तो फिर इस दुनिया मे कोईगरीब तो कोई अमीर क्यो है?किसी की कमरिस्पेक्टतो कीसी की ज्यादा क्यो होती है?सवाल सुनकर पिताजी कुछ देर तक शांत रहेऔर फिर बालक से स्टोर रूम में पड़ा एक लोहेका रॉड लाने को कहा.रॉड लाते ही पिताजी ने पुछा –इसकी क्या कीमत होगी?बालक – 200 रूपये.पिताजी – अगर मै इसके बहुत से छोटे-छटेकीलबना दू तो इसकी क्या कीमत हो जायेगी ?बालक कुछ देर सोच कर बोला – तब तो ये औरमहंगा बिकेगा लगभग 1000 रूपये का .पिताजी – अगर मै इस लोहे से घड़ी के बहुतसारे स्प्रिंग बना दूँ तो?बालक कुछ देर गणना करता रहा और फिरएकदम से उत्साहित होकर बोला ” तबतो इसकी कीमत बहुत ज्यादा हो जायेगी.”फिर पिताजी उसे समझाते हुए बोले – “ठीकइसी तरह मनुष्य ...

चिंतन.....

चिंतनीय प्रसंग ---- आज मंदिर में बहुत भीड़ थी,एक लड़का दर्शन के लिए लगी लम्बी लाइन को कुतुहल से देख रहा था। तभी पास में एक पंडित जी आ गए और बोले-"आज बहुत लम्बी कतार है, यूँ दर्शन न हो पाएंगे, विशिष्ट व्यक्तियों के लिए विशेष व्यवस्था है, रु 501/= दो में सीधे दर्शन करवा दूँगा !"लड़का बोला-" रु 5001/= दूंगा, भगवान से कहो बाहर आकर मिल लें, कहना- मैं आया हूँ !"पंडितजी बोले-" मजाक करते हो, भगवान भी कभी मंदिर से बाहर आते हैं क्या ? तुम हो कौन ?"लड़का फिर बोला-" रु 51000/- दूंगा, उनसे कहो मुझ से मेरे घर पर आकर मिल ले !"पंडितजी (सकपका गए और) बोले-"तुमने भगवान को समझ क्या रखा रखा है?"लड़का बोला-" वही तो मैं बताना चाहता हूँ कि आपने भगवान को क्या समझ रखा है?