साधारण
मैं हमेशा कहता हूँ कि, 'उम्मीदें पालने के मामले में एकदम ज़ीरो हूँ'..और इसीलिए हमेशा साधारण बने रहना भला लगता है और वही हूँ भी..तारीफ़ किये जाने पर असहज हो जाता हूँ और बगलें झाँकने लगता हूँ.. दरअसल, मुझे ख़ास ट्रीट किया जाना पसंद नहीं, या यूँ कहें कि कभी ऐसा लगा ही नहीं कि ऐसा हो सकता हूँ मैं..घर हो, दोस्त हों, प्रोफ़ेशन हो या कुछ और..ख़ास होने की कभी आदत रही नहीं, या यूँ भी कह सकते हैं कि साधारण ट्रीट किया जाना भी सेलिब्रिटी-टाइप लगता है.. कुछ लोग ऐसे ही होते हैं, एकदम सामान्य!