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उज्ज्वल भविष्य

न ट्रेनें रूकी है, न बसें, न मोटरकार, न हवाई जहाज, न बैलगाड़ी, न घोड़ागाड़ी... फिर समस्या कहाँ है ? अफरा-तफरी कहाँ है ? पाँच सौ और हजार के नोटों के चक्कर में न राशन की दुकान बंद है, न रे...